सोमवार को भारतीय स्टेट बैंक पर्पेचुअल बॉन्ड के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाएगा. इनकी कोई फिक्स्ड मैच्योरिटी नहीं है. ये बॉन्ड अमूमन पांच साल बाद बॉयबैक के साथ आते हैं. इससे निवेशकों को बॉन्ड से निकलने का मौका मिलता है. इंडियन बैंक और केनरा बैंक भी इस या अगले हफ्ते ऐसी ही प्रतिभूतियों की बिक्री कर सकते हैं. जुलाई में बैंक ऑफ बड़ौदा ने दो किस्तों में इनके जरिये 1725 करोड़ रुपये जुटाए थे.ईटी ने 3 सितंबर को रिपोर्ट दी थी कि एसबीआई पांच साल के कॉल ऑप्शन के साथ इन पर्पेचुअल बॉन्ड पर 7.40-7.5 फीसदी ब्याज ऑफर कर सकता है. वहीं, बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट पर आम लोगों के लिए ब्याज की दर 5.40 फीसदी है. सीनियर सिटीजन के लिए यह 6.20 फीसदी है.