‘भाभीजी घर पर हैं!’ की अंगूरी भाभी का ‘सही पकड़े हैं’ बच्चों से लेकर बड़ों की जुबां पर चढ़ा हुआ है. राह चलते एक अनजान आदमी की बात भी आप समझ जाते हैं, तो वो आपसे ‘सही पकड़े हैं’ बोलकर निकल जाता है. लेकिन इससे पहले ‘जे बात’ और ‘एकदम लल्लनटाप’ लोगों की जुबां पर था. ‘जे बात’ और ‘एकदम लल्लनटाप’ जैसे शब्द लापतागंज में ‘इंदुमती भाभी’ ने दिया था.
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